१
उसी के प्रेम में रची बसी मैं
उसी के प्रेम से बनी मैं
उसी के साथ ही जन्मी
और उसी की याद में जली मैं .......
२
आज नया सूरज नहीं निकला
नयी धूप नहीं खिली
बादलों के बीच
फिर भी है उजाला .
3
मानो जीवन रुक गया
लरजते बादलों से ढका आसमान
अंधरे साये में
कौंधती बिजली का इंतेज़र ................
4
तुमने दो बोल क्या बोले
मैने प्यार समझ लिया .
4
तुमने दो बोल क्या बोले
मैने प्यार समझ लिया .
तुमने एक नज़र देखी
मैने पलकें झुका लीं।
5
मैने पलकें झुका लीं।
5
उम्मीदों के इसी दामन के सहारे ,जीने की कशिश लेकर.
उसी राह पर चल दी ,जो अँधेरी थी बड़ी ही दूर तलक .
उसी राह पर चल दी ,जो अँधेरी थी बड़ी ही दूर तलक .
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