वापसी के दौरान दिल्ली से अजमेर की यात्रा।हाईवे में आलू पराठा खाना पुराना शगल है।और वजन की चिंता को ताक में रख हम रास्ते भर खूब खाते हैं।ढाबों में खाने का स्वाद अगली यात्रा तक संजो कर जो रखनी होती है।
सफर लंबा नहीं था पर ट्रेफिक ने थका दिया।शाम पांच बजे अजमेर पहुँच गए।मुझे किसी भी हाल में अजमेर शरीफ जाना था।
तैयारी नए साल की। अजमेर के होटल नववर्ष की तैयारी में सजे हैं। रंग बिरंगी लाइट्स के अलावा आरटिफीशियल पेड़ पौधों से होटलों को सजाया गया है। कई आफर्स के साथ सजे होटल आकर्षित कर रहे हैं काश एक दिन और रूक पाते पर हम तो ठहरे मुसाफ़िर, चल पड़े आगे। आज रात का पड़ाव अहमदाबाद होगा।
#हाईवे_डायरी
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