देखिए तो, आज ये जनाब फिर आ गए। मुंबई इमेजिका से जो साथ चले,बस साथ छोड़ा नहीं। मुंबई का हाल पूछा ।थोड़ा नाराज थे कल बातचीत नहीं हुई न , इसलिए।कितना समझाना पड़ा कि कल बड़ौदा में थकान भरे सफर के बाद आरामगाह की खोज में व्यस्त हो गई थी।इसलिए तुम्हेँ देख ही न पाई। बहुत मनाना पड़ा तब जाके माने।अजमेर से जयपुर तक मेरे साथ चलते रहें....बतियाते रहे....।और कल फिर मिलने का वादा कर निकल लिए ठिठुरती रात के सफर में.....।न बाबा, मैं अब विश्राम करूंगी जयपुर में, कल मिलेंगे दिल्ली नैनीताल हाइवे में। शुभ रात्रि।
#हाईवे_डायरी
सुन्दर यात्रा प्रसंग।
जवाब देंहटाएंआने वाले नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आभार सर
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