बच्चों,
हमारे कान खुले हैं तुम्हें सुनने के लिए , हमारी बाहें खुली हैं तुम्हें गले लगाने के लिए,हमारा दिल बहुत बड़ा है तुम्हारी हर अच्छाई और बुराई ,हार जीत को स्वीकार करने के लिए।
बिन बताए यूं न चले जाओ,इतने अकेले न रहो।हम हैं न।कहकर तो देखो। तुम्हारे यूं चले जाने से हम भी तिल तिल टूट रहे हैं।
#फिर_एक_बार!
हमारे कान खुले हैं तुम्हें सुनने के लिए , हमारी बाहें खुली हैं तुम्हें गले लगाने के लिए,हमारा दिल बहुत बड़ा है तुम्हारी हर अच्छाई और बुराई ,हार जीत को स्वीकार करने के लिए।
बिन बताए यूं न चले जाओ,इतने अकेले न रहो।हम हैं न।कहकर तो देखो। तुम्हारे यूं चले जाने से हम भी तिल तिल टूट रहे हैं।
#फिर_एक_बार!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें