थके दिमाग को कुछ आराम चाहिए
काश कुछ अलग होता
दिन में रात और
रात में दिन होता
या कि रात गुलाबी
और सांझ हरी
तोता सुनहरा होता
या कव्वा गोरा
बेरंग इन्द्रधनुष
रंगों से भरा आसमां होता
बिन बादल बरसात
या जमीं पर
बादलों का घर होता
कुछ ऐसा होता कि सब
गड़बड़ होता
या वो ही सही होता
या अलग देखने का ढंग
या अलग दृष्टि कोण
या सोच में विस्तार
सब गडमड
सब गड़बड़ होता
और वही सच होता
काश कुछ अलग होता .
काश कुछ अलग होता
दिन में रात और
रात में दिन होता
या कि रात गुलाबी
और सांझ हरी
तोता सुनहरा होता
या कव्वा गोरा
बेरंग इन्द्रधनुष
रंगों से भरा आसमां होता
बिन बादल बरसात
या जमीं पर
बादलों का घर होता
कुछ ऐसा होता कि सब
गड़बड़ होता
या वो ही सही होता
या अलग देखने का ढंग
या अलग दृष्टि कोण
या सोच में विस्तार
सब गडमड
सब गड़बड़ होता
और वही सच होता
काश कुछ अलग होता .
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