बहुत दर्दनाक है बेवक्त पति की मौत के सदमे से उबरना एक पत्नी के लिए .....यू तो किसी भी एक साथी का जाना जीवन में खालीपन भर देता है एक मित्र के पति की मृत्यु ने बहुत कुछ सोचने को मजबूर कर दिया .मृत्यु की वास्तविक भयावहता ने हिला कर रख दिया ,इश्वर उसे शक्ति दे इस हादसे से उबरने की
एक और पति की मृत्यु हो गयी
और साथ ही पत्नी भी बेमौत मर गयी
पति रिक्त कर गया
पत्नी के जीवन की सुबह और साँझ
और साथ में
रिक्त हो गयी उसकी रसोई
रसोई का चूल्हा
जो सुबह शाम जलता था
आस में, एक विश्वास में
था तो सिर्फ दो निवालों का साथ
बहुत कुछ तो न था पास
पर बहुत थी आस
अगली सुबह का भरोसा
अगली शाम का सुकून
ताउम्र का था वादा
कैसे टूट गयी वो सांस
बचा रह गया तमाशा
सलवटों की कहानी ,
थी उम्र भर निभानी
कैसा है ये खेला
क्यों रह गया अकेला
एक साथी का जाना
मानो सुरों का जाना
जीवन का गीत पूरा
रह गया अधूरा .........
very touching. rooh kaanp uthi
जवाब देंहटाएंधन्यवाद हेमांशु
हटाएंबहुत मार्मिक
जवाब देंहटाएंआभार संगीताजी
हटाएंKisi ke jaane ke baad yun to zindagi chalti zaroor rehti hai ... par wo jagah kabhi nahin bharti ... hamesha ke liye ek khalipan chhod jaati hai .
जवाब देंहटाएंbilkul sahi kaha meetaji parjeevan ko chalna to hai kyuna himmat sey kadam badhaye jaye,dhanyawad
हटाएंयादें ही सहारा,रोना ही साथी,
जवाब देंहटाएंवक़्त के साथ कभी घड़ी भी गुजरेगी
फिर भी यादें दिल दिमाग पर
दस्तक देती रहेंगी
कुछ शब्द ज़हन में आये ,कविता बन गयी ,
जवाब देंहटाएंवक़्त से पहले ही
साथी के साथ
सफ़र अधूरा रह गया
यादें सहारा,
रोना साथी,बन गया
वक़्त के साथ
ये घड़ी भी कभी
गुजरेगी
फिर भी यादें
दिल दिमाग पर
दस्तक देती रहेंगी
चैन से
रहने नहीं देगी
बहारों में सुगंध
ज़िन्दगी में वो
रवानी नहीं होगी
bahut sunder rajendraji,aap blog par aye abhar
हटाएंमार्मिक शब्दों में आपने भावाभिव्यक्ति की है।
जवाब देंहटाएंmarmik shabdo mein achanak kisi ke jeevan me aye bhuchal ka sajeev chitraan..sudha
जवाब देंहटाएंThanks manojji
जवाब देंहटाएंThanks sudha
kisi ki mrityu se sirf wahi nahi marta balki uske sath sath kayion ki maut ho jati hai... kayi rihton ki maut ho jati hai...
जवाब देंहटाएंसच है ,ये जानते हुए भी की मृत्यु ही सत्य है इसे स्वीकार करना बहुत कठिन है
हटाएंबहुत कुछ तो न था पास
जवाब देंहटाएंपर बहुत थी आस
बहुत ही मार्मिक अभिव्यक्ति...
धन्यवाद रश्मि
हटाएंदिल को हिला देनेवाली बहुत ही मार्मिक रचना है....
जवाब देंहटाएंधन्यवाद Reena Mauryaji
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