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मंगलवार, 13 दिसंबर 2011

Evening mist, Lawrencetown Beach
 इक शाम के धुएं  में
 जो तस्वीर खो गयी थी
 सुबह की किरण के साथ
 वो मिल गयी है.......
 खोने में जो तड़प थी 
मिलन में भी वही है 
एक आरजू थी वो 
 जो शाम का धुआ थी
 एक आरजू है ये  
जो सुबह की रौशनी है ..........

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