वसंत 1
कुनकुनी धूप ने याद दिलाया
लो, शायद वसंत फिर आया .
पेड़ो की नई कोपले,
सरसों की पीली चदरिया,
आम के बौर,
वासंती बयार ,
कोयल के गीत,
हुई पुरानी रीत
मन ने फिर भी गीत गया
लो, शायद फिर वसंत आया ........
शाम की रंगीनियों में,
थिरकते कदमों के साथ ,
हाथ में गिलास थामे ,
बहुत से 'डे' मनाते,
आता किसे है याद ,
कि वसंत आया.........
भाभी की देवरों के साथ,
वो प्यारी सी छेड़-छाड़,
आंखों में मदहोशियाँ ,
यौवन की वो बहार,
गले में बांधे,
पीले पीले रुमाल,
होली के मधुर गीत,
हुई पुरानी रीत ,
मन ने फिर भी गीत गाया,
लो ,शायद वसंत आया........
अचानक एस. एम् एस.के साथ
किसी ने याद दिलाया
लो, शायद वसंत आया ........
bahut sunder...!
जवाब देंहटाएंdhanyawad nandita
जवाब देंहटाएंMan ne phir bhee geet gaya, lo shayad vasant aaya...
जवाब देंहटाएंKitna sundar!!
thanks shilpaji
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